हिंदी गोरखपुर
शनिवार, 6 सितंबर 2014
विषधर
विषधर
विषधर नाग भी
हो जाता अँधा
गर्भिणी नारी की
छाया मात्र से ।
जबकि
,
पुरुष
होता बेअसर ।
क्या वह
नाग से भी है विषधर…
..
?
सोचती है नारी !!
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